Tuesday, January 6, 2009

January 5, 2009

Expected! Wake-up at 11:30AM because I slept very late last night.  As soon as I wake-up, I started working on CMOS Project report and finished it around 6PM. Finally one more task is completed. But lot more need to be done...

Then a small talk... around 8 I though to had dinner. Suddenly I thought that I haven’t seen any movie since long time, so decided to watch Ghajini! So, I started dinner with Ghajani. I liked the movie... and here is most lovely song from Ghajani... dedicated to my love. I wish I could have seen this movie with her :( ... missing her...

बस एक हाँ के इन्तज़ार मे रात यों ही गुज़र जायेगी
अब तो बस उलझन है साथ मेरे, नींद कहाँ आयेगी
शुबह की किरण ना जाने कौन सा संदेश लायेगी
रिमझिम सी गुनगुनाएँगी या प्यास अधूरी रह जायेगी

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास, तू आ गयी मन को रास-रास,
अब तो

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास, तू आ गयी मन को रास-रास,
अब तो तू आजा पास-पास, है गुज़ारिश
है हाल तो दिल का तंग-तंग, तू रंग जा मेरे रंग-रंग,
बस चलना मेरे संग-संग, है गुज़ारिश
कह दे तू हाँ तो ज़िंदग़ी, झरनों से छूट के हँसी,
मोती होंगें मोती, राहों में

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास, तू आ गयी मन को रास-रास,
अब तो तू आजा पास-पास, है गुज़ारिश
शीशे के ख्वाब ले के, रातों मे चल रहा हूँ,
टकरा ना जाऊँ कहीं
आशा की लौ है रोशन, फिर भी तूफ़ान का डर है,
लौ बुझ ना जाये कहीं
बस एक हाँ की गुज़ारिश, फिर होगी खुशियों की बारिश

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास, तू आ गयी मन को रास-रास,
अब तो तू आजा पास-पास, है गुज़ारिश

चंदा है आसमा है, और बदल भी घने हैं,
ये चंदा छुप जाये ना
तन्हाई डस रही है और धडकन बढ रही है,
एक पल भी चैन आये ना
कैसी अजब दास्तां है, बेचैनियाँ बस यहाँ है

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास, तू आ गयी मन को रास-रास,
अब तो तू आजा पास-पास, है गुज़ारिश
है हाल तो दिल का तंग-तंग, तू रंग जा मेरे रंग-रंग,
बस चलना मेरे संग-संग, है गुज़ारिश
कह दे तू हाँ तो ज़िंदग़ी, झरनों से छूट के हँसी,
मोती होंगें मोती, राहों में

तू मेरी अधूरी प्यास-प्यास

and here we have video of the song:

2 comments:

Pushpa said...
This comment has been removed by the author.
Pushpa said...

Hi dear, dont worry will watch again with you. love u